Hisar e Ana chapter 9 part 1: The Siege of Ego by Elif Rose

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Hisar e Ana chapter 9

Hisar e Ana chapter 9

Flash back
17 साला असफन्द ‘मीर मेंशन’ के ख़ूबसूरत लॉन में अपने दोस्त शाहज़र के साथ बैडमिंटन खेल रहा था और वहीं लॉन की सीढ़ी पर बैठी 12 साला राहेमीन हसरत से उन्हें खेलते देख रही थी।
उसका भी दिल करता था असफन्द के साथ खेलने का लेकिन वह उसे भाव ही कब देता था।
राहेमीन ने अपने घुटनों पर कोहनी रख दोनों हथेलियों पर चेहरा टिकाया।
उसके पैरों के पास ही असफन्द की बिल्ली चक्कर काट रही थी।
यह गोल्डन रंग की बिल्ली असफन्द ने अपनी पॉकेट मनी से खरीदी थ।
रफाकत चाची के अलावा वह उसे किसी को छूने नहीं देता था, ख़ासकर राहेमीन को।

“अब बाद में खेलते हैं।” असफन्द ने बैडमिंटन लॉन की कुर्सी पर रखते हुए शाहज़र से कहा।
दरअसल राहेमीन की यहां मौजूदगी उसे नागवार गुज़र रही थी।
“ठीक है, अब मैं भी घर चलता हूं।”
“अरे रुको, चलो अन्दर, मैं तुम्हें अपना नया क्राफ़्ट दिखाता हूं।”
“कल देख लूंगा यार, अभी देर हो रही है, अम्मी डांटेंगी।” बता कर शाहज़र अलविदाई कलमात कहते अपनी साइकिल लेकर गेट से बाहर निकला तो असफन्द भी अन्दर जाने के लिए पलट गया।
राहेमीन जो ख़ामोशी से बैठी थी,
असफन्द को पलटते देख फ़ौरन उठी और अपनी फ्रॉक झाड़ते हुए तेज़ी से गेट खोलकर बाहर निकल गई।
असफन्द ने अचंभे से उसकी हरकत देखी, फिर सर झटक कर अंदर चला गया।

Hisar e Ana chapter 9

शाहज़र, जो कि अभी कुछ क़दम ही उनके घर से आगे बढ़ा था,
अपने नाम की पुकार पर ठिठकते हुए साइकिल रोक कर पीछे देखा।
सुरमई रंग की फ्रॉक में दो चोटी बांधे राहेमीन तक़रीबन भागते हुए उसके पास आ रुकी।
“शाहज़र भाई…।”
“हां बोलो।” वह मुंतजिर था।
पता नहीं क्या काम था उसे।
“वह….. कल मेरा बर्थडे है….. पार्टी है, ज़रूर आइएगा कल।”
ठहर ठहर कर झिझकते हुए बोली कि कहीं वह असफन्द की तरह उस पर गुस्सा ना करने लगे।
शाहज़र मुस्कुराया। (यकीनन इसे दोस्त बनाने का बहुत शौक है।)
“ठीक है… कितने बजे?”
“दिन में 2 बजे।” वह खिल ही तो उठी।

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अगले दिन वह बहुत पुरजोश थी।
सबीहा और रफाकत बी को घर की सजावट करने में मदद कर रही थी।
यूं तो असफन्द की मां के इंतेकाल के बाद ख़ुद असफन्द ने अपना सालगिरह मनाना बंद कर दिया था।
इलयास मीर के लाख समझाने पर भी नहीं माना था क्यूंकि वह आज तक अपनी मां के गम से उबर नहीं पाया था।
लिहाज़ा हर साल उसकी सालगिरह पर इलयास उसे अच्छा सा तोहफ़ा ही दे पाते थे।।
उसकी नाराज़गी के डर से ही उन्होंने चाहने के बावजूद राहेमीन की सालगिरह आज तक नहीं मनाई थी।
लेकिन इस बार राहेमीन ने ख़ुद ख्वाहिश जताई तो ख़ुद को नहीं रोक पाए।
वह कैसे उस मासूम को मायूस करते जो बहुत कम अरसे में ही उन्हें इतनी अज़ीज़ हो गई थी।

Hisar e Ana chapter 9

असफन्द ने बेज़ारी से उन सब की तैयारी देखी थी और मुंह बना कर अपने कमरे में चला गया था।
इलयास मीर ने उसे कल भी समझाया था और आज सुबह भी कहा था पार्टी में शामिल होने के लिए लेकिन उसका ऐसा कोई इरादा नहीं था।
क़रीब दो बज रहे थे जब उसके कमरे के दरवाज़े पर हल्की सी दस्तक हुई थी।
वह जो बेड पर बैठा अपनी कैटी(बिल्ली) को गोद में लिए उसके बाल सहला रहा था, चौंक कर उठा और कैटी को गोद में लिए ही आगे बढ़कर दरवाज़ा खोला लेकिन मुकाबिल को देख उसके माथे पर बल पड़े।

फिरोजी रंग का पैरों तक आता गाउन, बाल जो हमेशा दो चोटी में बंधे रहते थे, आज उन्हें एक चोटी में गूंधकर एक तरफ़ कंधे पर आगे किया गया था।
पूरा फ्रोज़न की एल्सा का लुक था।
उसका मासूम हुस्न दमक उठा था।
नाज़ुक हथेलियों को नर्वस अंदाज़ में मिलाए, गुलाबी होंठों को वह बार बार कुछ कहने के लिए खोलती, फिर बंद कर लेती।
ऐसा करते हुए वह अपनी आंखों को कभी कभी मींच भी रही थी।
असफन्द मीर, जो कि अभी कुछ अरसे में टीन एज में क़दम रखने वाला था, एक लम्हें को मबहूत सा हुआ था।
दिल को यह मंज़र बहुत प्यारा लग रहा था।
अपना आप भुलाए वह एक टुक उसे देख रहा था जिसे वह इतने अरसे से अपना दुश्मन ए अव्वल समझता आ रहा था।

Hisar e Ana chapter 9

“अ…. वह…।”
राहेमीन की आवाज़ उसे होश की दुनिया में वापस ले आयी।
वह चौंका था और दिल में उठते अनजाने शोर को दबाते उसने फ़िर अपने माथे पर बल डाले।
“वह क…. केक।” कहते वक़्त राहेमीन की नज़र उसकी गोद में कैटी पर टिकी थी। (या अल्लाह पाक, कितनी प्यारी है यह कैट।)
असफन्द ने उसकी नज़र देखते हुए पज़ेसिव अंदाज़ में कैटी पर गिरफ्त मज़बूत की।
राहेमीन थोड़ा खिसियानी हुई, फिर उसे देखा जो ब्लैक लोवर पर ब्लैक ही टी शर्ट पहने पता नहीं क्यूं कुछ झल्लाया हुआ सा लग रहा था।

उसने ज़रा सी हिम्मत की और फिर उसकी आंखों में देखा।
“जल्दी से नीचे आ जाइए….. केक कटने वाला है।” यह कहकर वह तेज़ी से नीचे भाग गई।
इस बात से अनजान कि उसकी यह जुर्रत असफन्द मीर को अंदर….. कहीं बहुत अंदर घायल कर गई है।
तो क्या आपको कमउम्री की मोहब्बत और उसकी सदाकत पर यकीन है?

Flash back end

to be continued……..

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